
Delhi File
Sandeep Kumar Sharma
इस ऑडियोबुक को डिजिटल वॉइस में रिकॉर्ड किया गया है.
दुनिया का कोई-सा भी इलाका ऐसा नहीं है जिसकी अपनी कहानियां न हो। प्राचीन कहानियां हैं। लोककथाएं हैं। क्षेत्रीय भाषा में लोगों की जुबान पर अनेक कहानियां हैं। बच्चों के लिए अलग और बड़ों के लिए अलग। तरह-तरह की कहानियां हैं। लोक समाज की कहानियां हैं। धर्म-कर्म की कहानियां हैं। द्वेष प्रेम की कहानियां हैं। ज्ञान-विज्ञान की कहानियां हैं। युद्ध की कहानियां हैं। रूठने-मनाने की ढेरों कहानियां हैं। कहने का मतलब है दुनिया एक कहानी है, हम सबकी जुबानी है।
सामाजिक विधि-विधान किसी भी संविधान से ऊपर नहीं है। समाज परिवर्तनशील है। समय के साथ गतिमान रहता है। आचार-व्यवहार, खान-पान, रीति-रिवाज, धार्मिक आस्था, पहनावा, परिवहन के संसाधन, घर-द्वार और न जाने कितने ही पहलू वक्त के साथ बदल जाते हैं। इन सबके बावजूद संविधान नहीं बदलता। यही कारण है कि वक्त के साथ कथाओं के आवरण भी बदल जाते हैं। जिस गति से समाज बदलता है उससे अधिक रफ्तार से लेखक की लेखनी चलाई पड़ती है। एक छोटा-सा बदलाव अनगिनत पहलूओं के दरवाजे खोल देता है। लेखक इन्हें दरवाजों, दरारों, दरख्तों, गवाक्षों, और कल्पनाओं के भंवर में डूबकर जो कुछ अपने पाठकों के सामने परोसता है वह आम आदमी की सोच से इतर होता है। बड़ा होता है।
महत्वपूर्ण पहलू यह है कि कहानियों का आधार प्राचीन काल से एक जैसा ही है बस उसे प्रस्तुत करने के ढंग बदलते रहते हैं। भाषा बदलती रही है। शब्दों का समायोजन बदलता रहा है। पाठक को हर युग कहानियां पसंद आती हैं। सबक मिले या न मिले मनोरंजन होना चाहिए। ऑफिस आने-जाने का सफर कहानियां पढ़ते-पढ़ते बीत जाए तो बात ही क्या है। शौकिन युवा ऐसे समय का सदुपयोग करते हैं।
'मंजर बदल गया' आपके सामने है। इसमें विभिन्न हालातों से संबंधित कहानियां हैं। आपको कैसा लगा यह कहानी संग्रह, मुझे अवश्य बताइएगा।
Duration - 6h 58m.
Author - Sandeep Kumar Sharma.
Narrator - डिजिटल वॉइस Harsha G.
Published Date - Sunday, 26 January 2025.
Copyright - © 2025 sandeep kumar sharma ©.
Location:
United States
Networks:
Sandeep Kumar Sharma
डिजिटल वॉइस Harsha G
NEELKANTH PRAKASHAN
Hindi Audiobooks
Findaway Audiobooks
Description:
इस ऑडियोबुक को डिजिटल वॉइस में रिकॉर्ड किया गया है. दुनिया का कोई-सा भी इलाका ऐसा नहीं है जिसकी अपनी कहानियां न हो। प्राचीन कहानियां हैं। लोककथाएं हैं। क्षेत्रीय भाषा में लोगों की जुबान पर अनेक कहानियां हैं। बच्चों के लिए अलग और बड़ों के लिए अलग। तरह-तरह की कहानियां हैं। लोक समाज की कहानियां हैं। धर्म-कर्म की कहानियां हैं। द्वेष प्रेम की कहानियां हैं। ज्ञान-विज्ञान की कहानियां हैं। युद्ध की कहानियां हैं। रूठने-मनाने की ढेरों कहानियां हैं। कहने का मतलब है दुनिया एक कहानी है, हम सबकी जुबानी है। सामाजिक विधि-विधान किसी भी संविधान से ऊपर नहीं है। समाज परिवर्तनशील है। समय के साथ गतिमान रहता है। आचार-व्यवहार, खान-पान, रीति-रिवाज, धार्मिक आस्था, पहनावा, परिवहन के संसाधन, घर-द्वार और न जाने कितने ही पहलू वक्त के साथ बदल जाते हैं। इन सबके बावजूद संविधान नहीं बदलता। यही कारण है कि वक्त के साथ कथाओं के आवरण भी बदल जाते हैं। जिस गति से समाज बदलता है उससे अधिक रफ्तार से लेखक की लेखनी चलाई पड़ती है। एक छोटा-सा बदलाव अनगिनत पहलूओं के दरवाजे खोल देता है। लेखक इन्हें दरवाजों, दरारों, दरख्तों, गवाक्षों, और कल्पनाओं के भंवर में डूबकर जो कुछ अपने पाठकों के सामने परोसता है वह आम आदमी की सोच से इतर होता है। बड़ा होता है। महत्वपूर्ण पहलू यह है कि कहानियों का आधार प्राचीन काल से एक जैसा ही है बस उसे प्रस्तुत करने के ढंग बदलते रहते हैं। भाषा बदलती रही है। शब्दों का समायोजन बदलता रहा है। पाठक को हर युग कहानियां पसंद आती हैं। सबक मिले या न मिले मनोरंजन होना चाहिए। ऑफिस आने-जाने का सफर कहानियां पढ़ते-पढ़ते बीत जाए तो बात ही क्या है। शौकिन युवा ऐसे समय का सदुपयोग करते हैं। 'मंजर बदल गया' आपके सामने है। इसमें विभिन्न हालातों से संबंधित कहानियां हैं। आपको कैसा लगा यह कहानी संग्रह, मुझे अवश्य बताइएगा। Duration - 6h 58m. Author - Sandeep Kumar Sharma. Narrator - डिजिटल वॉइस Harsha G. Published Date - Sunday, 26 January 2025. Copyright - © 2025 sandeep kumar sharma ©.
Language:
Hindi
✓✓पुस्तक कथा संग्रह : मंजर बदल गया
Duration:06:58:41